अखिल भारतीय कतिया समाज महासंघ युवाओं और महिलाओं की शाश्क्तिकरण के लिये आत्मनिर्भर बनाने के लिये विभिन प्रकार के व्यवसायीक प्रशिक्षण समाज के लिये चुनता है जिससे समाज रोजगारमुखी समाज की स्थापना की जा सके।
बच्चे एक राष्ट्र का भविष्य हैं। भारत जैसे उभरते देश के लिए, वंचित बच्चों का विकास राष्ट्र की प्रगति की कुंजी है, और उनकी शिक्षा इस प्रगति की आधारशिल्रा है। ल्रेकिन बच्चों के लिए शिक्षा परिवार के कल्याण को सुनिश्चित किए बिना प्राप्त नहीं की जा सकती हैं। एक बच्चा नियमित रूप से स्कूल तभी जा सकता है जब परिवार, विशेषकर माँ स्वस्थ और सशक्त हो, परिवार के पास अच्छी आजीविका के अवसर और एक स्थिर आय है।
यह महसूस करते हुए, शिक्षा के गल्रियारों में शुरुआत करने वाली अखिल भारतीय कतिया समाज महासंघ ने महिला सशक््तीकरण के माध्यम से पारिवारिक स्वास्थ्य, आजीविका और सामुदायिक जुड़ाव पर केंद्रित गहन कार्यक्रमों के साथ एक जीवनचक्र इष्टिकोण अपनाया है, जो विशेषाधिकार बच्चों उनके परिवारों और बड़े समुदाय की जरूरतों को संबोधित करता है।