कार्यक्रम / बैठक आदि आयोजन स्थल पर निम्न सामग्री / उपकरण पहले से ही तैयार / उपलब्द / व्यवस्था कर लि जानी चाहिए ।
मंचीय व्यवस्था
- मंच के पीछे मुख्य बैनर
- स्टेज पर कुसी साफ –सुथरी कवर सहित होना चाहिए
- मेज / दयास मेजपोश सहित होना चाहिए
- मेज पर साफ गिलास और पानी की बोतल
- कुछ दो या तीन गुलदस्ता ( हो सके तो )
माइक/ साउण्ड
- मंच के दांयी ओर कार्यक्रम संचालन हेतु मेज कुर्सी- पोडियम,कार्डलैस माइक स्टैण्डर्ड सहित होना चाहिए ।
मंच मंच के बांयी ओर
- भगवान शिव शंकर जी व् संत शिरोमणिभूरा भगत जी का छाया चित्र रखना चाहिये तथा मेज पर अच्छा साफ मेजपोश लगाकर उस पर दोनों साकार चित्र के साथ निराकार शिला प्रतिमा चित्र वाला स्थापित किये जायें।
उद्घाटन सामग्री
- दीपक स्टेण्ड सहित
- घी/ तेल, रुई की बड़ी – बड़ी 5 बत्तियां
- माचिस, मोमबत्ती, अगरबत्ती पैकेट
- अगरबत्तीदान, एक थाली, रोली, चावल, खुले फूल
- फूलमाला, फोटो के साईज अनुसार दो /चार
आरती छापी हुई
- संत शिरोमणि भूरा भगत जी की आरती छापी हुई या (अखिल कतिया समाज महासंघ की वेबसाइड से देख सकते हैं)
वाद्ययंत्र
- यदि बजाने वालों की व्यवस्था है तो हारमोनियम, तबला, ढोलक, कैशियो आदि उपलब्धता अनुसार
अतिथियों का स्वागतार्थ
- पुष्पगुच्छ, पुष्पहार- माला,
- बैज, पट्टिकाये , अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह
- सम्मान /अभिनन्दन पत्र आदि
अतिथियों के लिये नेम/ पद पट्टिका
- स्टेज पर टेबल के ऊपर रखने वाले नेम / पद पट्टिका जैसे अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता, विशिष्ट अतिथि आदि
फोटोग्राफर/ विडिओग्राफर
- इलेक्ट्रिक लाईट स्थान आदि की व्यवस्था
सूचना पट्टिकायें
- प्रेस- मिडिया, महिलायें, पुरुष, जान-सूचनायें, पेयजल, स्वागत केंद्र स्वल्पाहार, भोजन, पंजीकरण केंद्र।
स्टेशनरी
- संत शिरोमणि भूरा भगत जी की आरती
- पेन, राइटिंग पैड
- मीटिंग एजेण्डा, टाइम शैड्यूल आदि
- फोल्डर में रखी हो प्रतिभागियों की संख्या के अनुसार
माइक एण्ड साउंड सिस्टम
- पोडियम
- पोडियम पर एक माइक
- माइक छोटा स्टेण्ड डाइस के लिये -१
पंजीकरण काउंटर
- आगंतुकों की संख्या अनुसार
- मेज, कुर्सी, पैन, रजिस्टर, पैमाना
- या कम्पूटर / लेपटाप , प्रिंटर आदि
डाइस की आवश्यकता
- आमंत्रित विशिष्ट लोगों की संख्या के अनुसार यदि कांफ्रेंस रुम/हाल यू आकर या ओवल आकर का माइक आदि फिटेड हैं तो डाइस की आवश्यकता नहीं है, मुख्य अतिथि को जिधर बिठाया जाय उसी के पीछे मुख्य बैनर लगाना चाहिये ।
कार्यक्रम की रुपरेखा
- मिनिट्स टू मिनिट्स प्रोग्राम पहले से निर्धारित व् टाइप किया हो
प्रैस रिलीज
- प्रैस रिलीज पूर्व से ही तैयार कर रखना चाहिये ।
कार्यक्रम समापन
- कार्यक्रम समापन का अंत में राष्ट्रिय राष्टगान होगा
राष्ट्रिय राष्टगान
जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।
राष्ट्रगान बजते समय ये सावधानी बरतना न भूलें
अधिकतर लोगों को नहीं पता होता कि राष्ट्रगान बजते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए। दरअसल, राष्ट्रगान जब भी कहीं बजाया जाता है तो देश के प्रत्येक नागरिक का ये कर्तव्य होता है कि वो अगर कहीं बैठा हुआ है तो उस जगह पर खड़ा हो जाए और सावधान मुद्रा में रहे। साथ ही नागरिकों से ये भी अपेक्षा की जाती है कि वो भी राष्ट्रगान को दोहराएं।